मैथिली भाषाक चर्चित गायक हेमकान्त जीक जन्म दर्भंगा जिला अन्तर्गत शुभंकरपुर ग्राम में 1949 भेल छल। हिनकर पिताक नाम स्व. सूर्यकान्त झा आर मायक नाम पूनम देवी छलनि। हिनकर बाबूजी अपना समयक नामी अधिवक्ता छलाह । हेमकान्त जी लगभग 6000 सं ज्यादा गीत गेने छथि। हिनकर पहिल कसैट एस एम सीरिज सं निकलल छल जे बाद में नीलम कसैटक नाम सं प्रसिद्ध भेल। कालान्तर में हेमकान्त जी अनेको कम्पनीक लेल गीत गेलनि जेना टी सीरिज, टीप्स,एचएमवी, नीलम। हिनकर पहिल “सनेस” छल। सनेश क्यासेट बजारमे एलाकबाद मैथिली संगीतक दुनियामे तहलका मचौने छल । दुर्भाग्यवश, हेमकान्त झाकें दरभंगामे निधन भय गेल । हुनका ब्रेनहेम्ब्रेज भेल छल ।
५० वर्षीय गायक हेमकान्त मैथिली संगीत क्षेत्रक चर्चित नाम रहथि । मामा यौ कनि खैनी दिय सन चर्चित गीतक ओ गायक रहथि । हुनक सनेश , हिमरेखा, भौजी, चल मिथिलामे चल, सौगात, कखन हरब दुखमोर, ममता, सन दर्जन सँ बेसी एलबम निकलल अछि ।
मिथिलाञ्चलक कोनो एहन मञ्च नहि छल जाहिमे ओ आमन्त्रित नहि होइत छलाह । हुनक निधनकँे बाद सम्पूर्ण मिथिलाञ्चलमे शोक व्यक्त कएल जा रहल अछि । हेमकाण्त झाकेँ निधनसँ मैथिली आन्दोलनकेँ बडका क्षति भअ गेल। हेमकान्तकेँ आधुनिक मैथिली गीतकेँ जनजनमे पहुँचाबयबला व्यक्तिकँे रुपमे जानल जाइत अछि। हेमकान्तक निधन सँ गीत संगीत क्षेत्रके बडका धक्का लागल ।
‘एतेक बडका स्टार भेलाक बादो हुनकामे कनिको अहम नहि छल’।
कहल जायत छै कि ‘रबीन्द्र महेन्द्र मैथिली गीत संगीतकें गाम गाममे पहुचौलथि तऽ हेमकान्त बजार विस्तार कएलन्हि ।’
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